भारत में ऐसा कोई नहीं है जो दशानन रावण को नहीं जानता हो। वह बुराई का एक ऐसा प्रतीक बन गया। जिसको मारने के लिए स्वयं भगवान को अवतार लेना पड़ा। इस अवतार के माध्यम से राम ने यह संदेश दुनिया को दिया कि बुराई कितनी ही शक्तिशाली हो आखिर में जीत सच्चाई की ही होती हैं। रामायण में रावण की मौत के बाद उसके बारे में कुछ ज्यादा नहीं बताया गया हैं।
लेकिन ऐसा माना जा रहा है कि वर्तमान श्रीलंका में वह जगह ढूंढ ली गई हैं जहां रावण की सोने की लंका थी और रावण की मौत के बाद उसके शव को रखा गया। इस जगह का आज बहुत ऐतिहासिक महत्व हैं।
बताया जाता है कि रैगला के जंगलों के मध्य एक ऐसी विशाल पहाड़ी हैं जहां पर एक गुफा हैं। जिसको रावण की गुफा कहा जाता हैं। जहां पर रावण ने तपस्या करके शक्तियां प्राप्त की थी। माना जाता है कि इस गुफा में राक्षस राज रावण का शव आज भी सुरक्षित हैं।
बताया जाता है कि रैगला के जंगलों के मध्य एक ऐसी विशाल पहाड़ी हैं जहां पर एक गुफा हैं। जिसको रावण की गुफा कहा जाता हैं। जहां पर रावण ने तपस्या करके शक्तियां प्राप्त की थी। माना जाता है कि इस गुफा में राक्षस राज रावण का शव आज भी सुरक्षित हैं।
इस गुफा तक सामान्य व्यक्ति पहुंच नहीं सकता हैं। क्योंकि यह गुफा धरती से 8 हजार फुट की ऊंचाई पर हैं जहां एक 17 फुट लम्बा एक ताबूत रखा हुआ हैं। इस ताबूत के सभी तरह एक विशेष लेप लगाया गया हैं। जिसकी ताबूत आज तक सुरक्षित हैं।
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