आपको सुनने में भले ही यकीन नहीं आये, लेकिन ये बात है पूरी तरह सच. भारत में गरीबों के रात बिताने का साधन समझी जाने वाली खटिया इस समय ऑस्ट्रेलिया में 50 हजार रूपये में बिक रही है. और इसके चाहने वाले ख़ुशी-ख़ुशी इसे खरीद भी रहे हैं.
दरअसल, ऑस्ट्रेलिया के रहने वाले डैनियल ब्लूर 2010 में भारत की यात्रा पर आये थे. वे भारतीय संगीत की शिक्षा लेने के लिए किसी योग्य गुरु की तलाश में इधर-उधर भटक रहे थे. इसी दौरान एक बार उन्हें भारतीय खाट पर बैठने-सोने का मौका मिला. इस खाट के हल्केपन और आरामदेह होने की खूबी ने डैनियल को इतना प्रभावित किया कि वे इसके मुरीद हो गए. वापस ऑस्ट्रेलिया जाने पर उन्होंने सबसे पहले अपने लिए एक खाट बनाई. इसके बाद पहली खाट उन्होंने अपने एक ख़ास दोस्त के लिए बनाया. उसी समय ये आईडिया उनके दिमाग में आया कि खाट बेचकर भी पैसे कमाए जा सकते हैं और तब से उन्होंने पीछे मुड़कर नहीं देखा.
अब डैनियल खुद ही अच्छी खाटें तैयार करते हैं, उसके लिए बेहतरीन डिज़ाइन के पाए बनवाते हैं और खाट की बुनाई के लिए बेहतरीन धागों का इस्तेमाल करते हैं. लकड़ी के सारे सामान ऑस्ट्रेलिया में ही मिल जाते हैं, लेकिन डोरियों के लिए उनकी पसंद अलग-अलग होती है. इसके लिए वे कभी-कभी भारत का भी रुख करते हैं.
कैसे करते हैं ग्राहकों को आकर्षित डैनियल ऑस्ट्रेलिया में बड़े ही शान के साथ खाट बेचने का काम कर रहे हैं. इसके लिए प्रचार में लगे फ्लैक्स उनके ग्राहकों को बताते हैं कि उनकी बनाई हुई खाट मूल रूप से भारतीय डिज़ाइन में बनाई गयी है. इसमें लकड़ी के पाए लगाए गए हैं और इन्हें डोरियों से बनाया गया है. सबसे अहम बात कि उन्होंने इसकी कीमत 990 ऑस्ट्रेलियन डॉलर रखा है जो लगभग 50 हजार भारतीय रूपये के बराबर है.
0 comments:
Post a Comment