Tuesday, 17 October 2017

भारतीय टीम का सबसे तेज गेंदबाज जो बना पाकिस्तान का पहला क्रिकेटर

 भारतीय क्रिकेट इतिहास में कई ऐसे खिलाड़ी हुए जिन्होंने सुनहरे अक्षरों में अपना नाम दर्ज कराया। मैदान पर उन दिग्गजों की सफलताओं की कहानी आज भी सुनाई जाती है, कुछ मैदान पर अपने आंकड़ों के लिए मशहूर हुए तो कुछ अन्य कारणों से। ऐसे ही एक खिलाड़ी का जन्म आज ही के दिन 1910 में पंजाब के होशियारपुर में हुआ था। उस खिलाड़ी के आंकड़ों से ज्यादा दिलचस्प उनकी कहानी रही।

- रफ्तार का सौदागर
आज तेज गेंदबाजों की गेंदों की रफ्तार जानने के लिए आधुनिक उपकरण मौजूद हैं लेकिन सालों पहले ऐसी सुविधाएं उपलब्ध नहीं थी। जब इंग्लैंड के तेज गेंदबाजों की 'बॉडीलाइन' गेंदबाजी ने दुनिया भर में बल्लेबाजों को खौफ में डाला हुआ था तभी भारत के में एक ऐसे गेंदबाज का उदय देखा गया जिसने अपनी रफ्तार से दुनिया का ध्यान अपनी ओर आकर्षित किया। वो गेंदबाज थे मोहम्मद निसार। जब इंग्लैंड के तेज गेंदबाज हेरॉल्ड लारवुड व उनके साथी दुनिया भर में अपनी रफ्तार का कहर बरपा रहे थे तब निसार की एंट्री ने इन सभी गेंदबाजों की रफ्तार को बौना साबित कर दिया। भारत के पहले टेस्ट कप्तान सीके नायुडू ने अपने एक लेख में इसका जिक्र भी किया था। नायुडू ने कहा था कि निसार अपनी पहली स्पेल में इंग्लैंड के तेज गेंदबाजों से भी तेज थे। 1930 के दशक में मोहम्मद निसार और पूर्व दिग्गज अमर सिंह की जोड़ी ने अपनी रफ्तार से दुनिया भर में धमाल मचाया था। आज भी माना जाता है कि निसार से तेज गेंदबाज भारत में कभी नहीं हुआ।

- छोटे से करियर में बड़ा धमाल
मोहम्मद निसार ने 1932 में इंग्लैंड के खिलाफ अपने करियर का पहला टेस्ट मैच खेला और 1936 में इंग्लैंड के खिलाफ अपना अंतिम टेस्ट मैच खेला। अपने इस चार सालों के अंतरराष्ट्रीय करियर में मोहम्मद निसार को सिर्फ छह टेस्ट मैचों में खेलने का मौका मिला। इन छह मुकाबलों में निसार ने 25 विकेट झटके और उनकी गेंदों की रफ्तार सुर्खियों में रहीं। वैसे निसार ने अपने प्रथम श्रेणी क्रिकेट करियर में काफी मुकाबले खेले और अच्छी सफलता हासिल की। घरेलू क्रिकेट में निसार ने 93 मुकाबले खेले और 396 विकेट हासिल किए। टेस्ट क्रिकेट की एक पारी में उनका सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन 90 रन देकर 5 विकेट था जबकि प्रथम श्रेणी क्रिकेट में उनका सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन 17 रन देकर 6 विकेट था। अपने करियर में वो 35 बार पांच विकेट लेने में सफल रहे जबकि 3 बार एक मैच में दस विकेट लेने में भी सफल रहे। निसार ने अगस्त 1936 में अपने अंतिम टेस्ट में भी छह विकेट लिए थे।

- बने पाकिस्तान के पहले क्रिकेटर
बताया जाता है कि मैदान से बाहर मोहम्मद निसार राजनीति में भी सक्रिय थे। निसार आदीवासियों (पश्तून) के नेता भी थे। रिपोर्ट्स के मुताबिक महात्मा गांधी और मोहम्मद अली जिन्नाह के कुछ पत्रों में भी मोहम्मद निसार के नाम का जिक्र देखा गया। 1947 में निसार पाकिस्तान चले गए और पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड (पीसीबी) के संस्थापकों में से एक रहे। मोहम्मद निसार को आज भी पाकिस्तान के पहले क्रिकेटर के रूप में माना जाता है।

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