अपने निवेश पर कौन नहीं चाहता कि ज्यादा कमाई की जाए। म्यूचुअल फंड बेहतरीन रिटर्न पाने का सबसे अच्छा विकल्प है। आप बैंकों के बचत खाते या फिक्स्ड डिपॉजिट या जीवन बीमा में निवेश की तुलना में म्यूचुअल फंडों से कहीं अधिक रिटर्न पा सकते हैं। हां, किस फंड में निवेश किया जाए, यह इस बात पर निर्भर करता है कि आप कितने समय के लिए निवेश करना चाहते हैं और आप अधिक रिटर्न पाने के लिए किस स्तर तक का जोखिम उठा सकते हैं। आज हम आपको बताएंगे कि इसमें निवेश की शुरुआत कैसे करते हैं। भरोसा कीजिए, म्यूचुअल फंडों में निवेश करना उतना ही आसान है जैसे बैंक में खाता खुलवाना।
इन दस्तावेजों की होगी जरूरत
बैंकों में खाता खुलवाने की तरह ही म्यूचुअल फंड में निवेश की शुरुआत करने के लिए कुछ दस्तावेजों की जरूरत होती है। इसके लिए आपके पास पैन, एक बैंक खाता और अपने ग्राहक को जानें (केवाईसी) प्रक्रिया पूरी होनी चाहिए। बैंक खाता निवेशक के नाम का होना चाहिए। इसके अलावा चेक पर लिखे मैग्नेटिक इंक कैरेक्टर रिकॉग्निशन यानि एमआईसीआर और आईएफएससी जैसी जानकारियों की जरूरत भी होती है।
केवाईसी प्रक्रिया ऐसे करें पूरी
केवाईसी के लिए आपको पासपोर्ट साइज फोटोग्राफ, पहचान पत्र के तौर पर पैन कार्ड या आधार कार्ड या पासपोर्ट या वोटर आईडी या ड्राइविंग लाइसेंस और पते के प्रमाण के तौर पर पासपोर्ट या ड्राइविंग लाइसेंस या राशन कार्ड या घर का लीज या सेल एग्रीमेंट या बैंक खाते का स्टेटमेंट (पता सहित) या पासबुक या हालिया टेलीफोन या बिजली का बिल चाहिए। ये दस्तावेज तीन महीने से अधिक पुराने नहीं होने चाहिए। इन दस्तावेजों का सेल्फ अटेस्टेशन करें और केवाईसी फॉर्म के साथ ओरिजिनल डॉक्यूमेंट्स वेरिफिकेशन के लिए दें।
ऐसे करें म्यूचुअल फंडों में निवेश पहली जनवरी 2013 से सभी म्यूचुअल फंड कंपनियों ने अपने मौजूदा फंडों का डायरेक्ट प्लान लॉन्च कर दिया है। यह प्लान उन निवेशकों के लिए है जो किसी डिस्ट्रिब्यूटर या एजेंट के बिना म्यूचुअल फंडों में निवेश की शुरुआत करना चाहते हैं। अगर आपकी केवाईसी हो चुकी है तो आप किसी भी म्यूचुअल फंड कंपनी की वेबसाइट पर जाकर अपने पसंदीदा फंड में निवेश कर सकते हैं। डायरेक्ट प्लान का एक्सपेंस रेशियो यानि खर्च कम होता है। आपको बता दें कि निवेश की प्रक्रिया शुरू करने के लिए आपको एक बार म्यूचुअल फंड कंपनी के ऑफिस जाना होगा।
इंटरमीडियरीज के जरिए निवेश
अगर आप खुद डायरेक्ट प्लान के जरिए म्यूचुअल फंडों में निवेश नहीं कर सकते हैं तो फिर विभिन्न इंटरमीडियरीज की सहायता ले सकते हैं। इनमें ज्यादातर बैंक, डिस्ट्रिब्यूटर कंपनियां, स्टॉक ब्रोकर्स और एजेंट्स शामिल हैं। आम तौर पर ऐसे इंटरमीडियरी आपको निवेश के लिए जरूरी म्यूचुअल फंड का आवदेन पत्र उपलब्ध कराने से लेकर फॉर्म भरवाना और आवश्यक दस्तावेजों के साथ उसे जमा करवाने तक का काम करते हैं। हालांकि, ऐसे एजेंट्स या इंटरमीडियरी अपनी सेवाओं के लिए आपसे शुल्क लेते हैं।
अगर आप खुद डायरेक्ट प्लान के जरिए म्यूचुअल फंडों में निवेश नहीं कर सकते हैं तो फिर विभिन्न इंटरमीडियरीज की सहायता ले सकते हैं। इनमें ज्यादातर बैंक, डिस्ट्रिब्यूटर कंपनियां, स्टॉक ब्रोकर्स और एजेंट्स शामिल हैं। आम तौर पर ऐसे इंटरमीडियरी आपको निवेश के लिए जरूरी म्यूचुअल फंड का आवदेन पत्र उपलब्ध कराने से लेकर फॉर्म भरवाना और आवश्यक दस्तावेजों के साथ उसे जमा करवाने तक का काम करते हैं। हालांकि, ऐसे एजेंट्स या इंटरमीडियरी अपनी सेवाओं के लिए आपसे शुल्क लेते हैं।
ऑनलाइन पोर्टल्स के जरिए फंडों में निवेश
कई ऐसे ऑनलाइन पोर्टल हैं जो आपके पसंदीदा म्यूचुअल फंड में निवेश करने की सुविधा उपलब्ध कराते हैं। ऐसे पोर्टल्स का बैंकों के साथ भी समझौता होता है ताकि निवेश के समय फंड ट्रांसफर में आसानी हो। इसके लिए आप फंड्सइंडिया डॉट कॉकजैसी वेबसाइट का सहारा ले सकते हैं। अगर आपके पास डीमैट अकाउंट हैं तो आप बिना किसी झंझट के इसके जरिए म्यूचुअल फंडों की खरीद-बिक्री कर सकते हैं।
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