Sunday, 15 October 2017

चश्मे को कहना है बाय बाय तो अपनाएं ये टिप्‍स और डायट में करें ये बदलाव


आंखें हमारे शरीर के सबसे अहम हिस्सों में से एक है और इसका केयर करना भी बेहद जरूरी है. लेकिन आज के समय में प्रदूषण, टीवी, कंप्यूटर और मोबाइल से निकलने वाली किरणों के लगातार संपर्क में रहने से इसका सीधा प्रभाव आंखों पर पड़ता है. यहीं वजह है कि इन दिनों छोटे बच्चों की भी आंखों की रोशनी कम होने लगी है और उन्हें भी चश्मा लगाने की जरूरत आने लगी है. अगर आप भी चाहते हैं कि आंखों की रोशनी कम ना हो और चश्मे को हमेशा के लिए बाय-बाय कहना चाहते हैं तो अपनाएं ये आसान उपाय...



विटामिन से भरपूर हो डाइट
आंखों की समस्या को दूर करने के लिए सबसे जरूरी है कि आप अपने डाइट में विटामिन से भरपूर चीजों का शामिल करें. गाजर, आंवला, शकरकंद, कद्दू इत्यादि शामिल कर सकते हैं, इनमें विटामिन का स्त्रोत होता है. गाजर में फास्फोरस, विटामिन ए, विटामिन सी और आयरन की मात्रा होती है, जो आंखों के लिए फायदेमंद होती है. संतरा, आंवला, टमाटर, लाल शिमला मिर्च में विटामिन सी की अत्याधिक मात्रा होती है, जो आंखों के लिए लाभकारी है.

सोने से पहले इन चीजों का करें सेवन
सोने से पहले एक चम्मच आंवला पावडर खाने की आंखों की रोशनी बढ़ती है. बादाम, सौंफ और मिश्री को सामान मात्रा में मिलाकर पाउडर बना लें. रोजाना रात को सोने से पहले 250 मिलि दूध में 10 ग्राम तैयार मिश्रण मिलाएं और सेवन करें. इससे आंखों की रोशनी बढ़ती हैं



रोशनी बढ़ाने के लिए करें एक्सरसाइज
आंखों की रोशनी बढ़ाने के लिए कुछ एक्सरसाइज को नियमित रूप से करना चाहिए. ज्यादातर एक्सरसाइज वॉलेंटरी मसल्क यानि रेक्टस और इन्वॉलेंटरी मसल्स यानि सिलियरी और ऑब्लिक से जुड़ी होती हैं. साथ ही पर्याप्त नींद और आंखों को आराम देना भी जरूरी है.

सन स्विंगिंग
सूरज की ओर आंख कर उसे बंद कर लिजिए और अपने शरीर को एक साइड से दूसरी साइड तक स्विंग कीजिए. पांच मिनट तक ऐसा करें. इससे आई बॉल की मसाज होती है.

पेंडुलम एक्सरसाइज
अपनी आंखों को पेडुलम की तरह एक किनारे से दूसरे किनारे तक घुमाइएय यह एक्सरसाइज ऑब्लिक मसल्स को प्रभावित करता है और लेंस को फोकस करता है.



एक्सरसाइज के अलावा ये उपाय भी करें
आई वॉश

एक कप में पानी भरकर उसमें एक आंख डालें और करीम 10 बार आंखों को झपकाएं. इससे वॉलेटरी और इनवॉलेटरी मसल्स टोन होती है.

दूर से पढे़ं
अक्षर लिखे हुए चार्ट को 20 फीट की दूरी से करीब 20 सेकेंड तक पढ़ने की कोशिश करें. यह प्रक्रिया हर 20 मिनट बाद करीब 5 बार करें. इससे आंखों पर सकरात्मक प्रभाव पड़ता है.

आंखों को घुमाएं
सिर और गर्दन को बिना घुमाए उपर की ओर देखें. इसके बाद धीरे-धीरे 10 बार घड़ी की सुई की दिशा और 10 बार उल्टी दिशा में आंखों को घुमाएं.

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