दुनियाभर में भारत अपनी संस्कृति और पाक शैली के लिए जाना जाता है. वहीँ अगर आबादी की बात करें तो ये देश दुनिया का दूसरा सबसे बड़ा देश भी है. इतना ही नहीं बल्कि भारत ने ही दुनिया को ऐसी कई सारी चीज़ें दी हैं जो लोगों की जीवनशैली को आसान ही बना देगी. तो आज हम बात करेंगे ऐसी ही कुछ पांच चीज़ों की. मगर उस्से पहले आप ज़रूर हमे फॉलो करें ऐसी तकनीकी ख़बरों के लिए.
फाइबर ऑप्टिक्स
क्या आप ऐसी कोई दुनिया की कल्पना आज के वक़्त में कर सकते हैं जहाँ इंटरनेट या टेलीफोन ही न हो. अगर वो नहीं होता तो शायद आप ये खबर भी अभी नहीं पढ़ रहे होते. फाइबर ऑप्टिक्स ने ही दुनियाभर में इंटरनेट, संचार और मेडिकल की दुनिया में एक क्रांति मचा दी है.
नरिंदर सिंह कपानी एक वैज्ञानिक थे. इन्हे ही फाइबर ऑप्टिक्स का जनक माना जाता है. इन्होने साल 1955 से 1965 के बीच कई टेक्निकल पेपर लिखे थे. इनमे से एक पेपर साइंटिफिक अमेरिकन में भी छपा था और इसकी मदद से ही फाइबर ऑप्टिक्स को स्थापित किया जा सका.
सांप-सीढ़ी
आज के जितने कंप्यूटर गेम्स हैं उन्हें भारत के सांप-सीढ़ी से ही प्रेरित किया जाता है. ये भारतीय खेल इंग्लैंड में काफी लोकप्रिय हुआ. इस खेल से हिन्दू बच्चों में मूल्य को सीखने के तौर पर देखा जाता है. इसमें सीढ़ियों को सदाचार और सांप को शैतान माना जाता है.
शैम्पू
शैम्पू से बालों को आखिर कौन सा व्यक्ति नहीं धोता होगा. शैम्पू से नहाने के बाद ही लगता है की हाँ अब ताज़गी अच्छी से है. 15 वीं शताब्दी में पौधे पत्तियों से शैम्पू बनाया जाता था भारत में. ब्रिटिश काल के व्यापारियों ने इसे यूरोप पहुँचाया था.
फ्लश टॉयलेट
सबूतों से ये पता चलता है की फ्लशिंग शौच की सुविधा सिर्फ सिंधु घाटी में ही थी. यही इलाका आज कश्मीर बना. यहाँ पर सीवेज काफी अच्छी स्थिति में है.
यूएसबी पोर्ट
यूएसबी जिसका मतलब यूनिवर्सल सीरियल बस पोर्ट है जिसकी खोज इलेक्ट्रॉनिक डिवाइसेस को जोड़ने में मदद में लिया जाता है. इसको बनाने वाले व्यक्ति का नाम अजय भट्ट है. साल 1990 में भट्ट और उनकी टीम ने जब इसपर काम शुरू किया तो कंप्यूटर की कनेक्टिविटी में ये एक अहम् फीचर बन गया. मगर इस खोजकर्ता को तब पहचान मिली जब साल 2009 में इंटेल का एक टेलीविज़न विज्ञापन आया.
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