श के टॉप एनकाउंटर स्पेशलिस्ट में शुमार रहे दिल्ली क्राइम ब्रांच के एसीपी राजबीर सिंह के बेटे रोहित सिंह आईपीएस बनकर पिता के अधूरे सपने पूरे करेंगे। 50 से ज्यादा एनकाउंटर करने वाले दिल्ली के सुपरकॉप राजबीर सिंह की साल 2008 में गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। पिता की जांबाजी के किस्से सुनकर बड़े हुए रोहित ने भी पुलिस में सेवा देने की ठान ली और आज वे कड़े संघर्ष के बाद पिता के डिपार्टमेंट में ही पहुंच गए हैं।
रोहित ने हार नहीं मानी...
रोहित ने हार नहीं मानी...
- दरअसल, दिल्ली पुलिस में भर्ती होकर एसआई राजबीर सिंह सिर्फ 13 साल के भीतर एसीपी बन गए थे।
- राजबीर ने अपनी पुलिस सर्विस के दौरान 50 से अधिक एनकाउंटर किए थे।
- 24 मार्च 2008 को पैसों के लेनदेन को लेकर गुड़गांव में प्रॉपर्टी डीलर ने राजबीर की गोली मारकर हत्या कर दी थी।
- राजबीर सिंह अपने पीछे माता-पिता, पत्नी और बेटा-बेटी को छोड़ गए थे।
- उस दौरान राजबीर सिंह के बेटे रोहित 11वीं क्लास में पढ़ते थे।
- इस हादसे के बाद उनका परिवार बुरी तरह टूट चुका था। मगर रोहित ने हार नहीं मानी।
- 24 मार्च 2008 को पैसों के लेनदेन को लेकर गुड़गांव में प्रॉपर्टी डीलर ने राजबीर की गोली मारकर हत्या कर दी थी।
- राजबीर सिंह अपने पीछे माता-पिता, पत्नी और बेटा-बेटी को छोड़ गए थे।
- उस दौरान राजबीर सिंह के बेटे रोहित 11वीं क्लास में पढ़ते थे।
- इस हादसे के बाद उनका परिवार बुरी तरह टूट चुका था। मगर रोहित ने हार नहीं मानी।
16 साल उम्र थी राहुल की
- जब पिता राजबीर सिंह की मौत हुई तब रोहित की उम्र 16 साल थी।
- वे दिल्ली पब्लिक स्कूल में 11वीं क्लास के स्टूडेंट थे।
- पिता की जांबाजी के किस्से सुनकर बड़े हुए रोहित ने पुलिस सेवा में जाने की ठान ली थी।
- इसी को लक्ष्य बनाकर उन्होंने अपनी इंजीनियरिंग की पढ़ाई के बाद यूपीएससी की तैयारी शुरू कर दी।
- जब पिता राजबीर सिंह की मौत हुई तब रोहित की उम्र 16 साल थी।
- वे दिल्ली पब्लिक स्कूल में 11वीं क्लास के स्टूडेंट थे।
- पिता की जांबाजी के किस्से सुनकर बड़े हुए रोहित ने पुलिस सेवा में जाने की ठान ली थी।
- इसी को लक्ष्य बनाकर उन्होंने अपनी इंजीनियरिंग की पढ़ाई के बाद यूपीएससी की तैयारी शुरू कर दी।
17-18 घंटों तक पढ़ाई
- देश की सबसे कठिनतम परीक्षाओं में गिनी जाने वाले यूपीएससी एग्जाम के लिए रोहित राजबीर सिंह ने हर रोज 17-18 घंटों तक ही पढ़ाई की।
- अपनी काबिलियत के दम पर साल 2015 में रोहित इस परीक्षा में सफल हो गए।
- हैदराबाद में ट्रेनिंग के बाद रोहित राजबीर सिंह को दिल्ली कैडर मिल गया जो कि उनकी ख्वाहिश थी।
- देश की सबसे कठिनतम परीक्षाओं में गिनी जाने वाले यूपीएससी एग्जाम के लिए रोहित राजबीर सिंह ने हर रोज 17-18 घंटों तक ही पढ़ाई की।
- अपनी काबिलियत के दम पर साल 2015 में रोहित इस परीक्षा में सफल हो गए।
- हैदराबाद में ट्रेनिंग के बाद रोहित राजबीर सिंह को दिल्ली कैडर मिल गया जो कि उनकी ख्वाहिश थी।
पटेल नगर के एसीपी
- आईपीएस रोहित राजबीर सिंह का पहला ट्रेनिंग पीरियड दिल्ली के पटेल नगर थाने में शुरू हुआ। इसके बाद उन्हें अमर कॉलोनी थाने भेजा गया।
- आईपीएस रोहित राजबीर सिंह का पहला ट्रेनिंग पीरियड दिल्ली के पटेल नगर थाने में शुरू हुआ। इसके बाद उन्हें अमर कॉलोनी थाने भेजा गया।
- मौजूदा समय में रोहित पटेल नगर के एसीपी हैं और वे अब तक मर्डर, लूट जैसे गंभीर क्राइम को सुलझा चुके हैं।
- दिल्ली में महिलाओं से जुड़े अपराधों पर लगाम लगाना उनकी प्राथमिकता में शामिल है।
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