बंगाल का सबसे बड़ा त्यौहार दुर्गा पूजा होता है और बंगाल में इस त्योहार को बड़े ही धूमधाम से मनाया जाता है। मां दुर्गा की विभिन्न प्रतिमाओं को बंगाल के विभिन्न पंडालों में स्थापित किया जाता है। ये पंडाल भी इतने आकर्षक होते हैं कि ये देखने में बहुत ही सुंदर लगते है। कई पंडालों की डिजाइन को देखने पर ऐसा लगता है कि ऐसा कोई पंडाल उन्होंने पहली बार देखा है। इन पंडालों की कलाकारी को देखने पर एक बार तो अपनी आंखों पर भी विश्वास नहीं हो पाता की हम क्या देख रहे है। हम यहां आज आपको बंगाल के कुछ ऐसे ही पंडालों के बारे में, बताने जा रहे है जिनका निर्माण किसी विशेष थीम पर किया गया है।
बॉक्स ऑफिस पर धूम मचाने वाली फिल्म बाहुबली के माहिष्मती साम्राज्य के लिए कोलकाता के लेक टाउन के पास श्री भूमि स्पोर्टिंग क्लब ने एक पंडाल बनाया, जो कि देश का सबसे महंगा पंडाल भी है। इस पंडाल को बनाने में करीब 3 महीने का समय लगा था और लगभग 10 करोड़ रूपये की लागत आई थी।
त्रिधारा सम्मीलानी ने साउथ कोलकाता में पर्यावरण को आधार मानकर पंडाल का निर्माण करवाया है। पर्यावरण को ध्यान में रखते हुए इस बार पंडाल का थीम ‘नेचर डिस्ट्रॉइड बाइ अरबनाइजेशन’ रखा गया है। इसका मतलब यह है कि प्रकृति शहरीकरण के द्वारा ही नष्ट हो रही है या शहरीकरण के द्वारा ही प्रकृति को नुकसान पहुंच रहा है।
साउथ कोलकाता के त्रिधारा सम्मीलानी ने लकड़ी, फाइबर, मेटल और बांस से ऊंची-ऊंची इमारतों की तर्ज पर बढ़ते हुए शहरीकरण को दिखाते हुए पंडाल का निर्माण किया है
चेतला अग्रणी क्लब का निर्माण हुए आज 25 साल हो गए है और वो इसे सेलिब्रेट कर रहा है। इस मौके पर बढ़ते हुए शहरीकरण को देखते हुए क्लब के लोग कुछ ऐसा करना चाहते थे जो लोगों के दिमाग और दिल पर हमेशा रहे। इसीलिए उन्होंने दुर्गा मां की मिट्टी से मूर्ति न बनाकर महोगनी लकड़ी से बनाई। इस थीम को “अंतथीन” के नाम से जाना जाता है।
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