Wednesday, 25 October 2017

अब घर बैठे आधार से ऐसे लिंक होगा मोबाइल नंबर

अभी देश में 50 करोड़ से ज्यादा मोबाइल नंबर आधार के साथ रजिस्टर्ड हैं। इन सभी मामलों में ओटीपी के जरिए रीवैरीफिकेशन किया जा सकता है।

अब मोबाइल को आधार से लिंक करने के लिए ग्राहकों को टेलीकॉम कंपनी के आउटलेट नहीं जाना पड़ेगा। इस प्रक्रिया को कंपनी के कर्मचारी ग्राहक के घर आकर पूरा करेंगे अथवा ग्राहक इसे ओटीपी के जरिए स्वयं घर बैठे पूरा कर सकेगा।

संचार मंत्री मनोज सिन्हा ने इस बात की जानकारी दी। उन्होंने कहा कि मोबाइल को आधार से लिंक करने में आसानी के लिए सरकार ने कई कदम उठाए हैं। टेलीकॉम कंपनियों से कहा गया है कि वे ग्राहकों के घर जाकर मोबाइल को आधार से लिंक करने के अलावा उन्हें वन टाइम पासवर्ड के जरिए इस प्रक्रिया को पूरी करने की सुविधा प्रदान करें। दिव्यांगों, बुजुर्गो, बीमार व्यक्तियों के मामले में टेलीकॉम कंपनी के कर्मचारी उनके घर जाकर प्रक्रिया पूरी करेंगे। इसके अलावा टेलीकॉम कंपनियां अपनी वेबसाइट के जरिए कंप्यूटर और मोबाइल पर ऐप के जरिए आधार लिंकेज की ऑनलाइन सुविधा भी शुरू करेंगी।

आधार रीवैरीफिकेशन के लिए वन टाइम पासवर्ड (ओटीपी) की सुविधा भी दी जाएगी। इसके तहत यदि आधार डेटाबेस में ग्राहक का एक मोबाइल नंबर रजिस्टर्ड है तो उस नंबर के साथ-साथ ग्राहक अपने मौजूदा नंबर का रीवैरीफिकेशन भी ओटीपी विधि के जरिए कर सकता है।
अभी देश में 50 करोड़ से ज्यादा मोबाइल नंबर आधार के साथ रजिस्टर्ड हैं। इन सभी मामलों में ओटीपी के जरिए रीवैरीफिकेशन किया जा सकता है। एजेंट के माध्यम से किए जाने वाले बायोमीट्रिक ऑथेंटिफिकेशन अथवा दुबारा सिम कार्ड इश्यू कराने के मामलों में टेलीकॉम कंपनियों से यह सुनिश्चित करने को कहा गया है कि न तो एजेंट को ग्राहक का ई-केवाईसी ब्यौरा दिखना चाहिए और न ही इस ब्यौरे को किसी डिवाइस में स्टोर होना चाहिए। अभी ई-केवाईसी का पूरा डेटा टेलीकॉम कंपनी के एजेंट को दिखाई देता है। आगे से ऐसा नहीं होगा।
अभी कुछ लोगों, खासकर बुजुर्गो को फिंगर प्रिंट देने में दिक्कत का सामना करना पड़ता है। क्योंकि उम्र के परिणामस्वरूप घिस जाने से उनके फिंगर प्रिंट मशीन पर नहीं आते। इस समस्या से निजात दिलाने के लिए अब ऐसे लोगों की आंखों की पुतलियों (आइरिश) के निशान ही लिए जाएंगे। इसके लिए टेलीकॉम कंपनियों से पर्याप्त संख्या में विभिन्न आउटलेट्स पर आइरिश डिवाइस लगाने को कहा गया है, ताकि लोगों को अपने घर से ज्यादा दूर न जाना पड़े।
अभी नया सिम खरीदने वाले ग्राहकों के लिए ई-केवाईसी ब्यौरा देना आवश्यक है। परंतु सरकार ने मौजूदा प्री-पेड और पोस्टपेड ग्राहकों केवाईसी ब्यौरे को री-वैरीफाई करने के लिए सिम को उनके 12 डिजिट के आधार नंबर के साथ लिंक के लिए टेलीकॉम कंपनियों से कहा है। यह प्रक्रिया 2018 की पहली तिमाही तक पूरी होनी है। भारत में एक अरब से ज्यादा मोबाइल ग्राहक हैं। आधार को मोबाइल नंबर से लिंक करने में अड़चनों को लेकर ग्राहकों के अलावा टेलीकॉम कंपनियों को भी एतराज था। सरकार सबकी दिक्कतें दूर करने का प्रयास कर रही है।

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