हमारी न्याय व्यवस्था कितनी चौकस है, इसका एक नमूना सामने आया है। फल विक्रेता के ठेले से बिना पैसा दिए एक केला उठा लेने के मामले में मुकदमे की सुनवाई आठ साल तक चली। दिल्ली की एक अदालत ने आरोपी को पांच महीने जेल की सजा सुनाई है। आरोपी ने ट्रायल के दौरान यह सजा भुगत ली है।
मामले के मुताबिक, 2004 में एक रिक्शा चालक मुहम्मद अख्तर ने सड़क किनारे खड़े फल विक्रेता के ठेले से एक केला उठा लिया था। पैसा देने को वह तैयार नहीं हुआ। इसका फल विक्रेता के साथी मुनीर खान ने विरोध जताया। मामला बढ़ा तो अख्तर ने मुनीर खान को चाकू मार दिया। खान को इतना मारा कि उसके कान में गंभीर चोटें आई। बेहोशी की हालत में उसे बाड़ा हिंदू राव अस्पताल में भर्ती कराया गया।
पुलिस ने बाद में रिक्शा चालक को गिरफ्तार कर लिया। सुनवाई के दौरान अदालत ने कहा कि चूंकि इस मामले की सुनवाई आठ सालों से चल रही है, इसलिए आरोपी अब तक जितने दिनों तक जेल में रहा है, वही उसकी सजा है।
मामले के मुताबिक, 2004 में एक रिक्शा चालक मुहम्मद अख्तर ने सड़क किनारे खड़े फल विक्रेता के ठेले से एक केला उठा लिया था। पैसा देने को वह तैयार नहीं हुआ। इसका फल विक्रेता के साथी मुनीर खान ने विरोध जताया। मामला बढ़ा तो अख्तर ने मुनीर खान को चाकू मार दिया। खान को इतना मारा कि उसके कान में गंभीर चोटें आई। बेहोशी की हालत में उसे बाड़ा हिंदू राव अस्पताल में भर्ती कराया गया।
पुलिस ने बाद में रिक्शा चालक को गिरफ्तार कर लिया। सुनवाई के दौरान अदालत ने कहा कि चूंकि इस मामले की सुनवाई आठ सालों से चल रही है, इसलिए आरोपी अब तक जितने दिनों तक जेल में रहा है, वही उसकी सजा है।
0 comments:
Post a Comment